Episodes

  • INDIA SPACE STATION ISRO
    Nov 24 2023
    New Space Mission of India:-After the success of Chandrayaan-3, now ISRO has planned to build a space station by the year 2035 and put the first Indian on the Moon in 2040. On 17 October 2023, Indian Prime Minister Narendra Modi held a high level meeting with ISRO scientists, in which this target has been set. At present only two Space Stations are working in space. The first is ISS i.e. International Space Station and the second is China's Tiangong Space Station. ISS has been present in orbit for the last two decades. It has 6 modules and 7 Astronauts can live in it. The International Space Station has been built jointly by many countries, and it can be retired by the year 2030. Whereas China's Tiangong Space Station has three modules, in which three astronauts can live. China's Space Station is at a height of 450 km from the earth and it will work for the next 15 years. By then India's Space Station will also be established in space. would you like this information please subscribe my Sci-fi Talk.
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    5 mins
  • NISAR-NASA ISRO SATELLITE
    Sep 26 2023
    WORLD MOST EXPENSIVE SATELLITE- NISARNISAR means NASA ISRO Synthetic Aperture Radar. This satellite being made India and USA jointly. According to the information, this satellite can be launched in the year 2024. The cost of this satellite is said to be 1.5 billion dollars. According to NASA, the spacecraft bus and radar of this satellite have been connected together by scientists in Bengaluru. This satellite bus is just the size of an SUV and its partial part is wrapped in a golden colored thermal blanket. According to NASA and ISRO scientists, this satellite will observe disturbances in the ecosystem and changing weather around the world...Natural disasters like earthquakes, tsunamis, volcanic activity and landslides can be predicted through this. This satellite weighs 2,600 kg. Special is that it is the most expensive Earth observation satellite. If you liked the information please subscribe to sci-fi talk.
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    3 mins
  • New Earth Discovered in space
    Sep 19 2023
    New Earth Discovered:-

    NASA has discovered a huge exoplanet many light years away from the earth, and it has been told that there may be an ocean on this exoplanet, means there may be water on this planet. NASA has received this information about the new planet from the James Webb Telescope, the name of this new planet is K2-18B and scientists have claimed that the new planet is 8.6 times larger than the Earth. The James Webb Telescope examined its atmosphere which revealed that methane and carbon dioxide are present here. K2-18B It is considered to be Hycean, which means a combined form of hydrogen and ocean. In this, there is a possibility of having an ocean under the thick layer of hydrogen. That means now the hope of possibility of life on exoplanets has increased. If you liked the information then subscribe to sci fi talk.
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    4 mins
  • NASA create Oxygen on Mars
    Sep 13 2023
    Oxygen on Mars:-
    American space agency NASA has got a big success on Mars.A microwave-sized device installed in NASA's Perseverance Rover present on Mars did wonders. According to NASA, this device installed in the rover has made oxygen the most important thing to keep humans alive on Mars, which can supply a large amount of oxygen to the astronauts and through this, return from Mars. Fuel can also be made to come to Earth.Perseverance Rover went with this device in the year 2021. It is a cube with gold coating and the name of this device is MOXIE. Year 2021 Since then, it has made oxygen 16 times. Subscribe me on Sci-fi talk
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    3 mins
  • India Aditya L-1 Mission
    Sep 2 2023
    आदित्य एल-1 सूर्य मिशन:-

    भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 स्पेसक्राफ्ट को सूर्य की स्टडी के लिए भेजा गया है.. श्री हरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से 2 सितंबर 2023 को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आदित्य एल1 को PSLV-XL रॉकेट से लॉन्च किया...फिर PSLV-XL रॉकेट ने 63 मिनट बाद आदित्य एल-1 को धरती के लोअर ऑर्बिट में छोड़ दिया..दोनों अलग हो गए..जिसके बाद आदित्य एल-1 की 125 दिन का यात्रा शुरू हो गई..धरती के लोअर ऑर्बिट के बाद 16 दिन आदित्य एल-1 धरती के चारों तरफ पांच ऑर्बिट मैन्यूवर करके सीधे धरती की गुरुत्वाकर्षण वाले क्षेत्र यानी स्फेयर ऑफ इंफ्लूएंस (SOI) से बाहर जाएगा...इस फेज में चुनौतियां होती हैं..और इससे बाहर निकलने का मतलब ये है कि आदित्य एल1 का आधा मिशन पूरा..इसके बाद शुरु होगी क्रूज फेज स्टेज और आदित्य एल1 हैलो ऑर्बिट में एंट्री करके यहीं पर सूर्य से एक निश्चित दूरी एल-1 यानि लैंगरेज़ प्वाइंट पर स्थापित होगा..लैंगरेज प्वाइंट वो जगह है जहां अंतरिक्ष में पृथ्वी और सूरज की ग्रैविटी आपस में टकराती है..पृथ्वी की ग्रैविटी खत्म होते ही सूरज की ग्रैविटी शुरु हो जाती है..धरती और सूरज के बीच पांच लैगरेंज प्वाइंट है..जिनमें से एक एल-1 जिसकी दूरी धरती से 15 लाख किलोमीटर है वहां पर आदित्य एल-1 स्थापित होकर सूर्य का अध्ययन करेगा..आदित्य एल-1 का वजन 1480 किलोग्राम है..इसमें 7 पेलोड यानि उपकरण हैं जो सूर्य के फोटोस्फीयर, क्रोमोस्फीयर और कोरोना यानि सूरज की बाहरी सतह की जांच करेंगे..आदित्य एल-1 अगले 5 साल तक काम करेगा..इस दौरान सूरज की किरणें अंतरिक्ष की गतिविधियों को कैसे प्रभावित करती हैं इसका अध्ययन करेगा..इलेक्ट्रोमैग्नेटिक और मैंग्नेटिक फील्ड के आयन पार्टिकल्स की भी स्टडी करेगा...सूर्य कैसे मौसम को प्रभावित कर सकता है इसका डेटा भेजेगा...
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    3 mins
  • Chandrayan-3 instrument episode
    Aug 27 2023
    भारत के चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की अहम जानकारी भेजी हैं..चांद के साउथ पोल के तापमान के बारे में पहली बार दुनिया को पता चला है...चांद के साउथ पोल की सतह का तापमान 50 डिग्री है...जबकि वहां की सतह के 8 सेंटीमीटर नीचे तापमान माइनस 10 डिग्री तक है...चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान को चांद की सतह पर उतारा गया है...जबकि प्रोपल्शन मॉड्यूल चंद्रमा की कक्षा में घूमकर पृथ्वी जैसे ग्रहों की खोज कर रहा है..चांद की सतह पर जांच और प्रयोग करने के लिए लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान में कुल 6 पेलोड है
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    5 mins
  • India Chandrayan-3 on moon
    Aug 23 2023
    नमस्कार दोस्तों...भारत के लिए गौरवशाली क्षण है...23 अगस्त 2023 की तारीख दुनिया के इतिहास में भारत के नाम दर्ज हो गई है...भारत ने चंद्रमा पर कदम रखकर इतिहास रच दिया है...भारत के चंद्रयान-3 ने सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की और इस उपलब्धि को हासिल करने वाला भारत चौथा देश बन गया है...चांद पर इससे पहले अमेरिका, रूस, चीन ने ही कदम रखा है...भारत की ये उपलब्धि इसलिए भी ज्यादा बड़ी है क्योंकि चंद्रयान-3 चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरा है....भारत दुनिया का पहला देश है जिसने चंद्रमा के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिग कराई है...चंद्रयान-3 के तीन पार्ट हैं...पहला विक्रम लैंडर, दूसरा प्रज्ञान रोवर और तीसरा ऑर्बिटर...चंद्रयान-3 मिशन में लैंडर और रोवर को ही भेजा गया है...जबकि ऑर्बिटर चंद्रयान-2 मिशन का ही अभी काम कर रहा है...23 अगस्त को भारतीय समय के मुताबिक शाम करीब 5 बजकर 44 मिनट पर चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर को चंद्रमा की सतह पर उतारने की प्रक्रिया शुरू की गई...रफ ब्रेकिंग फेज में विक्रम लैंडर को चंद्रमा की सतह से 25 किलोमीटर की ऊंचाई से 7.4 किमी की ऊंचाई तक लाया गया....उसकी स्पीड कम की गई...फिर फाइन ब्रेकिंग और डिसेंट फेज में विक्रम लैंडर को धीरे-धीरे चंद्रमा के साउथ पोल पर उतारा गया....चंद्रमा पर अभी सूर्योदय है...और वहां का एक दिन धरती के 14 दिन के बराबर होता है...जिस साउथ पोल पर चंद्रयान-3 उतरा है...वहां सूरज की किरणें तिरछी पड़ती हैं और ज्यादातर हिस्से पर अंधेरा रहता है...इसलिए भी चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग भारत की बड़ी उपलब्धि है...विक्रम लैंडर से निकलकर प्रज्ञान रोवर चंद्रमा की सतह पर चलेगा 14 दिन तक प्रयोग करेगा....लैंडर और रोवर दोनों में उपकरण और कैमरे लगे हैं...रोवर जहां चंद्रमा की सतह की जानकारी जुटाएगा....पानी, मिट्टी और चट्टानों के मटीरियल्स की जांच करेगा...वहीं विक्रम लैंडर चंद्रमा की सिस्मिक और एटमॉस्फेयर की एक्टिविटी जांचेगा...चंद्रमा पर क्योंकि भारत के चंद्रयान-1 ने ही पानी का पता लगाया था...इसलिए अब चंद्रयान-3 वहां पानी और जीवन की संभावनाएं तलाशेगा...भारत के चंद्रयान-3 मिशन की कुल लागत 615 करोड़ रूपये है और इसरो के वैज्ञानिकों ने इतनी कम लागत में चंद्रयान-3 को चांद पर उतारकर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है....
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    3 mins