चंगेज़ खान : रेत जिसने समंदर निगल लिया [Genghis Khan: The Sand That Swallowed the Sea]
Genghis Khan: Throwing sand on Empires (Kings and Emperors, Book 3)
Failed to add items
Add to basket failed.
Add to wishlist failed.
Remove from wishlist failed.
Adding to library failed
Follow podcast failed
Unfollow podcast failed
£0.00 for first 30 days
Buy Now for £6.99
No valid payment method on file.
We are sorry. We are not allowed to sell this product with the selected payment method
-
Narrated by:
-
Mayuri Khedkar
-
By:
-
D Devdatt
About this listen
[कफर जसन फरस क रद दय]अफगनसतन क एक शहर, नशपर; हनद सभयत स जड य परचन शहर फरस क शह क समरजय क एक हसस थ यह शहर उस समय क शयद अफगनसतन क सबस बड शहर रह हग नशपर म तब लगभग 20 लख स भ अधक लग रह करत थ मगल जस ह इस शहर पर टट पड, कफ बड नरसहर नशपर म करत हय लगभग 17 लख लग क इस शहर म मत क घट उतर गय नशपर क औरत क हरण कर लय गय और वरध करन वल हर परष क मर गय"सबस बड खश अपन दशमन क ततर-बतर कर भगन, उसक शहर क रख म तबदल हत दखन, उसस पयर करन वल क आसओ म डब हए दखन, और उसक पतनय और बटय क अपन गद म इकटठ करन ह" - चगज़ खन[मगलय क एककरण]तदजट कबल क सन और चगज़ खन क सन आमन समन खड़ थ दन सनओ बच म एक घट थ, चगज़ खन क दशमन सखयन म उसस कफ जयद थ पर जस ह व घट पर करन लग, चगज़ खन न अपन यजन क अनसर हमल बल दय चगज़ खन क अधकतर यदध इस हमल म शमल थ, यदध क शरवत म ह इतन जबरदसत परहर स तदजट कबल क सन भचकक रह गय, उनक सरकषण घर टट चक थ तदजट सन सभल पत इसस पहल चगज़ खन क दसर पकत क तरदज न तर क बछर शर कर द दशमन क सन न ऐस हमल कभ भ कलपत नह कय थ
Please note: This audiobook is in Hindi.
©2023 D Devdatt (P)2023 D Devdatt